मौन प्रश्न
पाएं न उत्तर
वीरान निगाहों में
कितना बेबस
कितना कातर
इंसा वक्त की बाहों में।
x-x-x
पाएं न उत्तर
वीरान निगाहों में
कितना बेबस
कितना कातर
इंसा वक्त की बाहों में।
x-x-x
टुकड़ा टुकड़ा
कतरा कतरा
जीवन बीना
भरी टोकरी
खूब सहेजा
रह जाएगा बिखरा सब ही
वक्त की राहों में.....
कतरा कतरा
जीवन बीना
भरी टोकरी
खूब सहेजा
रह जाएगा बिखरा सब ही
वक्त की राहों में.....
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