आँख भर देख लेना
दिल में भी संजो लेना
सेल्फियां खींच मत रखना
अक्स दिल में बो लेना।
चित्र कागज़ के सारे ही
समय संग धुंधला जाएंगे
अंकित जो हुए मन पे
लम्हे वही बचते जाएंगे।
उगेंगी शाखें यादों की
खिलेंगे फूल स्मित के संग
कभी मुरझाएं गर जो ये
अश्रु जल से भिगो लेना
बरस फिर और जाएंगे
वो लम्हे याद लाएंगे
नयन मुस्काते जाएंगे
मन को महकाते जाएँगे।
दिल में भी संजो लेना
सेल्फियां खींच मत रखना
अक्स दिल में बो लेना।
चित्र कागज़ के सारे ही
समय संग धुंधला जाएंगे
अंकित जो हुए मन पे
लम्हे वही बचते जाएंगे।
उगेंगी शाखें यादों की
खिलेंगे फूल स्मित के संग
कभी मुरझाएं गर जो ये
अश्रु जल से भिगो लेना
बरस फिर और जाएंगे
वो लम्हे याद लाएंगे
नयन मुस्काते जाएंगे
मन को महकाते जाएँगे।
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